★वृक्काशमरी ( गुर्दा पत्थरी/अशमरी ) kidney Stone★
*दर्द गुर्दा और उदरशूल
एरण्ड की जड़ का काढ़ा सोठ डालकर पीने से लाभ होगा । इसमें हींग और नमक मिलाकर पीने से पत्थरी में फायदा होता है ।*
*प्याज का रस 50ml में चीनी डालकर पीएं , पथरी गलकर निकल जाएगी।*
*मूली के बीज 3तोला यानि 36ग्राम ½लीटर पानी में आधा रहने तक धीमी आँच पर उबालें , ठंडा होने पर छानकर पी लें । मूली का रस और पत्ते भी खाएं जा सकते है । पथरी टुकड़े-टुकड़े होकर निकल जाएगी ,बिना दर्द ।*
*दोनों कटेलियो को पीसकर उनका रस मीठे दही के साथ लेने से अशमरी निकल जाती है । मूत्र साफ आने लगता है ।*
*रात को भिगोये चने ,सुबह शहद डालकर खाने से लाभ होता है । गेहूं के ज्वारों का रस बहुत ही कारगर है ।*
*पत्थरचट्टा का जूस या 4-5पत्ते चबाकर ऊपर से सुबह खाली पेट पानी पीने से पथरी गलकर निकल जाती है , पित्त की पथरी और गर्भाशय की गांठ में भी यही प्रयोग कर सकते है ।*
*मेंहदी के सूखे पत्ते आधा तोला यानि छे ग्राम ,आधा लीटर पानी में आधा रहने तक धीमी आँच पर उबालें, गुनगुना ही पीएं , एक हफ्ते में पथरी बिना दर्द निकलेगी , गुर्दों की सफाई करने के लिए भी यही प्रयोग करें ।*
*चिड़चिड़ा की क्षार को भेड़ के मूत्र से दें । ईख यानि गन्ना का रस या सिरका या चबाकर खाने से भी पत्थरी टुकड़े-टुकड़े होकर निकल जाएगी।*
*कुलथी मूल का रस 30 ग्राम लेने से लाभ होता है ।
कफज पथरी में 10 ग्राम कुलथी का काढ़ा देने से पथरी टुकड़े- टुकड़े होकर निकल जाती है ।
पत्थरी काटकर निकालने के लिए 2-3 माशा और उतने ही शलजम के बीज 30 तोला पानी में पकायें । 10 तोला पानी शेष रहने पर दो खुराक बनाकर प्रात:सायं पिलायें । प्रयोग परीक्षित है । 250ग्राम कुलथी 3लीटर पानी में रात को भिगोये, सुबह इसे उबालें , जब पानी एक लीटर बचे, स्वाद के लिए आप सेंधा नमक,जीरा, काली मिर्च,धनिया, देशी घी में छोंक कर खा लें । रोज ही लें ,इसका कोई नुक्शान नही , यह बहुत ही कारगर नुस्खा है , मेरी नजर में इस से सस्ता , सफलता दायक , नुस्खा और कोई नही । दाल की दाल ,दवाई की दवाई । है न कमाल की बात ।*
*गोखरू चूरण ३ माशा शहद के साथ प्रात : साय खिलाने एवं ऊपर से भेड़ का दूध पिलाने से ७ दिन में पत्थरी टूटकर निकल जाती है ।*
*पीपल वृक्ष की छाल 1तोला यानि 12ग्राम लेकर दो गिलास पानी में उबालें, जब आधा गिलास रह जाए तो छानकर प्रात: काल नाशते के बाद 1½घंटे बाद पीएं । पथरी के लिए अचूक है ।*
*वरूण- मूल की छाल का काढ़ा कल्क समेत देने से पत्थरी निकल जाती है ।*
*नीम के पत्तों की राख रोज दिन में तीन बार ठंडे पानी से लेने से गुर्दो और मूत्राशय की पत्थरी निकल जाएगी । पत्तों की राख बनाने के लिए ,पहले साफ पत्ते छाया में रखकर सुखा ले, फिर मिट्टी के बर्तन में रख कर जलाकर ढक देवें । ठंडा होने के बाद निकाल लें , यही नीम के पत्तों की राख है ।*
*अखरोट की साबुत गिरी , छिलके और गिरी समेत कूटकर बारीक कर रख लें , ठण्डे जल से लेने से पत्थरी गलकर निकल जाती है ।*
*मकोय के पत्ते खाली पेट 5-7चबाकर 4घूंट पानी पी लें , 2घंटे कुछ न लें , इससे पत्थरी गल कर निकलती है ।*
*कलमी शोरा + यवक्षार 4-4तोला लेकर बारीक कर लें , सुबह-शाम 2-2ग्राम लें , पत्थरी निकल जाएगी।*
सिर्फ कोई एक नुस्खा ही इस्तेमाल करें। कुशल आयुर्वेदिक चिकित्सक का परामर्श जरूरी है।
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*सदैव आपका अपना*
*वैद्य अमनदीप सिंह चीमा,
अमन आयुर्वेद 144205, पंजाब*
*Call & WhatsApp 9915136138*
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