Wednesday, February 22, 2017

कमर दर्द

“ कमर दर्द की अचूक दवा ”
ज्ञानवर्धक पोस्ट ,यह कोई कापी पेस्ट नही । जरूर पढ़ें ।
जिंदगी में कभी भी काम आ सकती है ।

लिखने के पुराने अंदाज के साथ लोटा हुँ ,शायद आपको भी पसंद आएं । मेरा लिखने का यह अंदाज आपको पसंद है । बहुत मित्रों के कहने पर मैं दुबारा अपनी लिखने की शैली दुबारा शुरू कर रहा हुँ।

बात करते है कमर दर्द की ....
जगह-जगह से डाक्टरों से पैसे लुटा चुके रोगियो के लिए आशा की किरण । आपने बहुत ही टीके ,गोलिया ,कैपसूल दर्दों के लिए खाई होगी, कई लोगों की तो Pain Killer खा-खा कर Kidney फेल और Liver खराब कर लिया । लेकिन दवा नशा रहने तक ही असर करके ,फिर अमली वाला हाल ,नशई वाली आदत यानि खाते रहो जीतो रहो और भगवान की दी हुई करोड़ो की Property को खराब करते रहो । शायद में करोड़ो गलत बोल गया ,लेकिन यह बहुत अनमोल है ,शरीर । एक बार नकारा हो गया दोबारा नही मिलेगा । करोड़ों का इसलिए बोला क्यूकि भाई राजीव ,बाबा रामदेव जी भी इसके बारे बोलते रहे है कि यह शरीर बहुत ही महंगा है फिर भी अगर Liver,kidney,heart,Eyes की आधुनिक विज्ञान मुताबिक कीमत लगाई जाए तो कीमत करोड़ो में है । लेकिन अपना शरीर अपना ही होता है ।Duplicate चीज का वो मजा कहा। खैर मुद्दे की बात पर आता हुँ ,लेकिन अनजान लोगों के लिए यह भी बताना जरूरी है । कई पढ़े लिखे तो दे pain killer, दे pain killer ,दे pain killer खाने में लगे रहते है । लेकिन पढ़े लिखों को कौन समझाएं । कई लोग तो अायुर्वेद की तरफ मुड़ रहे है । इन सब के पीछे भाई राजीव दीक्षित,बाबा रामदेव , बालकृष्ण जी के हिम्मत और होशले से ही हुआ , जिन्होने आयुर्वेद को देश-विदेश तक आयुर्वेद का नाम रोशन किया । मेरा प्रणाम है उन महान हस्तियों को ।

नुस्खें की बात करता हुँ ।
नोट :- जिन लोगों को पेट गैस,कब्ज,पेट में जलन की समस्या है वो पहले उसका इलाज करवाएं ,उनकी 50% बिमारी उससे ही ठीक हो जाएगी , जिन्हे यह समस्या नही वो सीधा ही मेरा आज का नुस्खा जो बताने जा रहा हुँ । प्रयोग कर सकते है ।

इससे बुढ़ापे का कमर दर्द , किसी पुरानी चोट का दर्द ,  हिप्स में समस्या है। आप निसचिंत होकर यह प्रयोग करें ।

खाने वाली दवा :-
Ashwgandha 100 gm, सौंठ यानि सुन्ठी जो मसालें में डालते है 50gm, देशी घी में भूनकर बाद में मीठी सुरंजान 50gm.चूर्ण डाल दें । इसमें आप 200 Gm शहद या देशी चीनी मिलाकर रख सकते है ।  बस संभाल कर किसी कांच के पात्र में भरकर रख लें ।

खानी कैसे है : सुबह-शाम 2-2चम्मच दूध के साथ लेनी है । सारा समान पंसारी से इसी नाम से मिल जाएगी ।

लगाने वाली दवा:-
4 पीस जायफल और 50 gm कायफल को , अच्छी तरह बारीक करलें , फिर सरसों या तिल तैल 100ml कड़ाही में गर्म करें फिर उसमें जायफल और कायफल चुटकी- चुटकी डाल कर जला कर उतार लें , फिर ठंडा होने पर छलनी से छानकर बोतल में रख दें , एक दिन बाद उसमें मैल नीचें बैठ जाएगी ,फिर उसे आप दूसरी बोतल में सावधानी से डाल लें ,मैल न डालें । जो फोकट बचा है उसकी आप पोटली बनाकर गर्म कपड़े में डालकर सिकाई करनें में भी प्रयोग कर सकते है ।  जो तैल बनाया उसे पीठ पर सुबह-शाम रोज 15 मिन्ट तक मालिस जरूर करें । अगर मेम साहब है तो उनसे मालिश करवाएं या किसी लड़के जो इस काम लायक समझें, औरत है तो अपने पतिदेव या बेटी या किसी लेडी से मालिस करवाएं । मालिस हल्के हाथों से करनी है, रगड़ाई नही करनी है , मालिश इस तरीके से करनी कि तैल शरीर में रच बस जाएं ।  मालिस के बाद उस पोटली से ,रेत ,रूई या पानी की बोतल से सिकाई कर सकते है । भारी वजन न उठाएं । ठीक होने के बाद चाहे चार-चार बोरी पीठ पर उठा लेना । दवा खाने के बाद मेरी पूरी गारंटी । असटांम पेपर पर लिखकर । बस दुआओ में याद रखना । और कुछ नही चाहिए । पोस्ट अच्छी लगी तो शेयर कर दें । आपके नही किसी और के काम आ जाएगी । मैंने पूर तरह से खाने लगाने की विधि बता दी है । अगर फिर भी कुछ समझ न आएं तो घर या किसी पढ़ोस के किसी बजुर्ग को यह मेरा फार्मूला पढ़कर सुना दें ,वो खुद बना देगा , या आपको समझा देगा । कृप्या इसके लिए कोई और Chatting न करें । समय कीमती है । आपकी अच्छी सेहत की कामना के साथ अलविदा , अागे जो प्रभु हुक्म करेंगे ,वो पोस्ट लेकर आपकी सेवा में हाजिर हुंगा , चलता हुँ । बहुत-बहुत धन्यवाद । आपने पोस्ट को इतने ध्यान से पढ़ा , आप यह जानकारियां ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाया करें । ताकि किसी की अनमोल आशीश आपको मिल जाएं ।
चलता हुँ.........
सदैव आपका अपना
डाँ०अमनदीप सिंह चीमाँ नाड़ी वैद्य,पंजाब
WhatsApp 9915136138

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