Wednesday, February 22, 2017

Cancer

कैंसर नाशक, मूर्च्छानाशक एक प्रयोग , बेहोशी नाशक योग
यह पोस्ट पढ़ने योग है,कभी भी काम आ सकती है , Save कर लें । यह कोई कापी पेस्ट नही ।

नुस्खा :-
रससिन्दूर ,
स्वर्णमाकसिक ,
स्वर्ण भस्म ,
शुद्ध शिलाजीत ,
लोह भस्म -
प्रत्येक ११-११ ग्राम लेकर सबको एकत्र मिला करके शतावरी और विदारीकन्द के स्वरस या क्वाथ में १-१ बार दृढ़ मर्दन करें, गोली बनाने योग्य होने पर १-१ रत्ती की गोली बना कर सुखाकर रख लें ।

मात्रा और अनुपान -
१-१ गोली दिन में दो बार सुबह - शाम दूध के साथ लें ।

गुण और उपयोग -
इस रसायन का प्रयोग करने से समस्त प्रकार के मूर्च्छा रोग नष्ट होते है , यह रसायन विशेष प्रभाव दिखाता है ज्ञानवाहिनी नाडियो पर,बहुत ही शीघ्र रक्ताणुयों की वृद्धि करता है  , पाण्डु , कामला , ( आज की भाषा में बल्ड कैंसर कहे जाने वाले रोग में अतिअंत प्रभावी योग) आदि में लाभकारी है , उत्तम बाजीकरण और रसायन है , बल , वीर्य तथा ओज की वृद्धि करता है। चलता हुँ,रब्ब राखा......

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सदैव आपका अपना
डाँ०अमनदीप सिंह चीमाँ नाड़ी वैद्य,पंजाब
WhatsApp 9915136138

1 comment:

  1. नमस्कार वैद्य जी,निवेदन के साथ कहना चाहता हूँ की कैंसर रोग के लिए जो आपने उपरोक्त औषधियों का योग बताया है क्या आपसे कोई भूल हो गई है जिसका आप पुनर्वलोकन करना चाहेंगे या आपके हिसाब से बिलकुल सही है|कृप्या प्रकाश डालें.धन्यवाद

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